सवाल यह है कि यह विचार दूसरी पार्टियों के मन में क्यों नहीं आया। क्यों नहीं इस पर किसी ने बात की। देश जब आजाद हुआ तो भारतीयता की सोच वाले राजनीतिक लोग राष्ट्र निर्माण करने में जुटे थे, जिनमें श्यामाप्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय जी जैसे लोग थे। दूसरी ओर वामपंथी और कांग्रेस राष्ट्र निर्माण को साइड में रखकर सरकार निर्माण में जुटे थे।
इन्हीं सरकार निर्माण वालों पर एक कवि ने कहा भी है कि “आंख खुली तो पूरा भारत नाखूनों से त्रस्त मिला, जिनको जिम्मेदारी दी वो घर भरने में व्यस्त मिला.” यह आंख 1975 के आपातकाल में खुली और देखा कि सत्ताधारी सिर्फ देश को लूट रहे हैं। और जनता पार्टी के वक्त में हजारों युवा राजनीति में आए और यह विचार थोड़ा फलीभूत हुआ। अब इस विचार को पूर्णतया फलीभूत करने की आवश्यकता है जिसे भारतीय जनता पार्टी जैसे राष्ट्र निर्माण की सोच रखने वाले दल ही कार्यान्वित कर सकते हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे विश्वनेता ही इस विचार को आगे ला सकते हैं और बढ़ा सकते हैं।
देश में एक नए युग की शुरूआत होगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आह्वान देश की राजनीति में एक नये युग की शुरुआत कर सकता है। यह देश के हर युवा को प्रेरित करेगा कि वह राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाए और देश की प्रगति में अपना योगदान दे। जब गैर-राजनीतिक युवा राजनीति में आयेंगे, तो यह न केवल राजनीति का स्तर ऊंचा करेगा, बल्कि देश को जातिवाद और वंशवाद की राजनीति से भी मुक्त करेगा। यह आह्वान एक नये और सशक्त भारत के निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आह्वान न केवल एक वक्तव्य है, बल्कि यह देश के हर युवा के लिए एक प्रेरणा है। यह समय है कि युवा इस आह्वान को स्वीकार करें और राजनीति में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करें। इससे न केवल देश को लाभ होगा, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर होगा कि वे अपने देश के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
युवाओं को भी समझना होगा
देश की राजनीति को सशक्त और समावेशी बनाने के लिए यह आवश्यक है कि युवा राजनीति में सक्रिय हों। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आह्वान देश की राजनीति में एक नयी चेतना और नवचेतना का संचार कर सकता है। यह समय है कि युवा अपनी जिम्मेदारी को समझें और देश के विकास में अपना योगदान दें।
स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर प्रधानमंत्री का यह आह्वान देश के हर युवा के लिए एक नई दिशा और नए अवसरों की ओर संकेत करता है। यह देश के लिए एक महत्वपूर्ण समय है, और युवा इस समय का सदुपयोग कर सकते हैं। राजनीति में उनकी भागीदारी न केवल देश की प्रगति में सहायक होगी, बल्कि यह देश की राजनीति को भी एक नई दिशा में ले जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आह्वान देश के युवाओं के लिए एक नया अवसर है। यह समय है कि युवा इस अवसर का लाभ उठाएं और देश की राजनीति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। इससे न केवल देश को लाभ होगा, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर होगा कि वे अपने देश के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
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राजनीति में नये युवा नेताओं की भूमिका
नये युवा नेताओं की राजनीति में भागीदारी से देश को अनेक लाभ हो सकते हैं। वे न केवल राजनीति के पारंपरिक तरीकों से हटकर नई दिशा में काम करेंगे, बल्कि वे समाज की वास्तविक समस्याओं को समझते हुए उनके समाधान के लिए नयी योजनाएँ और कार्यक्रम प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके साथ ही, ये युवा नेताओं की नई सोच और दृष्टिकोण से राजनीति में एक नयी ऊर्जा का संचार हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आह्वान देश के युवाओं के लिए एक चुनौती है। यह समय है कि युवा इस चुनौती को स्वीकार करें और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएं। इससे न केवल देश की राजनीति में बदलाव आएगा, बल्कि यह देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इस बिंदु पर समाज की भूमिका भी महत्वपूर्ण
समाज की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है कि वह युवाओं को राजनीति में भागीदारी के लिए प्रेरित करे। समाज को यह समझना होगा कि यदि देश को सशक्त और समृद्ध बनाना है, तो इसके लिए युवाओं की भागीदारी आवश्यक है। समाज को इस दिशा में युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए और उनके लिए आवश्यक मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करना चाहिए।
अंतिम विचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आह्वान देश की राजनीति में एक नयी शुरुआत का प्रतीक है। यह देश के हर युवा को प्रेरित करेगा कि वह राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाए और देश की प्रगति में अपना योगदान दे। यह समय है कि युवा इस आह्वान को स्वीकार करें और राजनीति में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करें। इससे न केवल देश को लाभ होगा, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर होगा कि वे अपने देश के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
प्रधानमंत्री का यह संदेश एक नयी चेतना और नवचेतना का संचार कर सकता है, जो देश की राजनीति को सशक्त और समावेशी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह समय है कि हम सभी इस आह्वान को स्वीकार करें और देश के विकास में अपनी भूमिका निभाएं।